मंगलवार, 7 अप्रैल 2009

मेरी कवितायें

मेरी कवितायें:

गणित

मारो मारो और मारो

गिनो मत

लोग कहते हैं हमारा गणित कमजोर है

बन्दूक

चल पड़ी बन्दूक

दन दना दन

मैंने पूछा क्यों ?

वोह बोला चलेगी ही बन्दूक

जब हाथ मैं होगी और भरी हुई

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